मूल अधिकारों का हनन
सेना के अधिकारी संदेह के आधार पर किसी व्यक्ति या व्यक्ति समूह को गोली मारने की शक्ति रखते हैं और इनके द्वारा किसी भी सार्वजनिक स्थान, निजी मकान का विध्वंस किया जा सकता है। यदि इनका प्रयोग सेना पर हमले अथवा उपद्रवियों को प्रशिक्षण देने के लिए किया जाए। सैन्य अधिकारियों के द्वारा बिना वारेंट के किसी भी व्यक्ति को हिरासत में लिया जा सकता है और इसके अतिरिक्त सैन्य अधिकारी किसी भी घर की तलाशी व घर में प्रवेश कर सकते हैं। इनके द्वारा किसी भी वाहन को रोका जा सकता है और उसकी तलाशी भी ली जा सकती है एवं उस वाहन को जब्त भी किया जा सकता है। अधिकारियों के द्वारा किसी भी दरवाजे अथवा आलमारी की तलाशी लेने और इसे तोड़ने की भी शक्ति प्राप्त है।