हड़प्पा सभ्यता में नगर नियोजन
सामान्य विशेषतायें: सिन्धु सभ्यता के नगर विश्व के प्राचीनतम सुनियोजित नगर हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सम्पूर्ण नगर किसी संस्था के निर्देशानुसार बनवाये गये हैं। सड़कें सीधी दिशा में एक दूसरे के समकोण पर काटती हुई नगर को अनेक वर्गाकार तथा चर्तुभुजाकार खण्डों में विभाजित करती थी।
सिन्धु सभ्यता में सर्वाधिक चौड़ी सड़क मोहन जोदड़ों से प्राप्त हुई जिसकी चौड़ाई लगभग 10 मी0 थी। पुराविदों ने इसे राजपथ / प्रथम सड़क की संज्ञा दी है। सामान्यतः मकानों में 4 या 5 कमरे बनाये जाते थे। मकान में आंगन, रसोई घर, स्नानागार, कुए तथा कुछ बड़े घरों में शौचालय बनाये जाते थे। सामान्यतः मकान के दरवाजे मुख्य सड़कों पर न खुलकर गलियों में खुलते थे।
हड़प्पा और मोहनजोदड़ों में मकानों के निर्माण में सामान्यतः पकी ईंटों का प्रयोग मिलता है, जबकि अन्य स्थलों से ज्यादातर कच्ची ईंट का प्रयोग मिलता है। मात्र कालीबंगा से अलंकृत ईंट का प्रमाण मिलता है। सामान्यतः ईंटों का आकार 105.2% इंच था जिनमें 4: 2:1 का अनुपात था।