सिंधु घाटी सभ्यता का पतन
सिंधु घाटी सभ्यता का पतन कैसे हुआ या सिंधु घाटी सभ्यता का अंत कैसे हुआ? सिंधु घाटी सभ्यता का अंत इस सभ्यता के तक़रीबन 1000 हजार साल तक रहने के बाद हुआ। इस सभ्यता का पतन कब और कैसे हुआ इस बारे में विद्वानों के कई मत हैं और कोई भी एक कारण या समय ज्ञात नहीं है। सिंधु सभ्यता या हड़प्पा सभ्यता के पतन के कारणों की समीक्षा करें।
सिंधु सभ्यता या हड़प्पा सभ्यता के पतन के कारण निम्न हैं।
सिंधु सभ्यता या हड़प्पा सभ्यता तक़रीबन 1000 वर्षों तक रही।
सिंधु सभ्यता के अन्त के कारणों के बारे में इतिहासकारों के अलग – अलग कई मत हैं,
जिनमें से प्रमुख मत निम्न हैं ।
जलवायु परिवर्तन, नदियों का जलमार्ग परिवर्तित हो जाना, बाढ़, आर्यों का आक्रमण, भूकम्प, सामाजिक ढाँचे में बिखराव आदि
अधिकतर विद्वानो का मत है की इस सभ्यता का पतन बाढ़ के प्रकोप के कारण ही हुआ, हालाँकि सिंधु सभ्यता का विकास नदी घाटी क्षेत्र में ही हुआ था तो इस क्षेत्र में बाढ़ का आना स्वाभाविक था, इसलिए यह तर्कसंगत लगता है कि इस सभ्यता का अंत बाढ़ आने के कारण हुआ हो।
वही कुछ विद्वानो का मत है की केवल बाढ़ आने से इतनी विशाल सभ्यता का पतन नहीं हो सकता है। इसलिए बाढ़ के अलावा और भी कई कारणों जैसे – आग लग जाना, महामारी, बाहरी आक्रमण आदि अन्य कई कारणों से इस सभ्यता के अंत का समर्थन कई विद्वान करते हैं।