विश्व व्यापार संगठन के बारे में चर्चा करते हुए इसके उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए
विश्व व्यापार संगठन को वर्ष 1947 में संपन्न हुए प्रशुल्क एवं व्यापार पर सामान्य समझौते के स्थान पर अपनाया गया है। इसके निर्माण की पृष्ठभूमि गैट के उरुग्वे दौर की वार्ता में तैयार हुई तथा 1 जनवरी 1995 को विश्व व्यापार संगठन द्वारा कार्य शुरू किया गया। जिस समझौते के तहत विश्व व्यापार संगठन की स्थापना हुई उसे मारकेश समझौते के रूप में जाना जाता है। इसके लिए वर्ष 1994 में मोरक्को के मारकेश में हस्ताक्षर किए गए। विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है। रक्को के
उद्देश्य:- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार हेतु नियमों को निर्धारित करना और लागू करना। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से सम्बंधित विवादों का समाधान करना और सदस्य देशों के बीच समझौते करवाना। निर्णय लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ाना। विश्व संसाधनों का अनुकूलतम प्रयोग करना WTO का मुख्य उद्देश्य है।
विकासशील देशों को वैश्विक व्यापार प्रणाली से पूरी तरह से लाभान्वित होने में सहयोग करना। वैश्विक आर्थिक प्रबंधन में शामिल अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संस्थानों के साथ सहयोग स्थापित करना। व्यापार उदारीकरण के विस्तार के लिए बातचीत और निगरानी हेतु एक मंच प्रदान करना।
विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देशों को चीन की व्यापार नीतियों और प्रथाओं के साथ अधिक प्रभावी ढंग से निपटना होगा ताकि राज्य स्वामित्व वाले उद्योमों और औद्योगिक सब्सिडी को बेहतर तरीके से व्यवस्थित किया जा सके। जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों को ध्यान में रखते हुए व्यापार नीतियों को लागू करना होगा जिससे सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।