लूसर्न की फसल में सिंचाई
अंकुरण के 15 दिन बाद सिंचाई करनी चाहिए। ग्रीष्मकाल में तापमान बढ़ने पर 10 से 12 दिनों के अन्तराल पर सिंचाई करनी चाहिए। कुल सिंचाई 18-20 सिंचाई करनी चाहिए। यह फसल बरसीम की तुलना में सूखे के प्रति भी अधिक सहनशील होती है।
Learn Easley Basic to Advance Any Topic in Any Subject in Hindi