भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख कार्यों को बताइए
भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना भारत के केंद्रीय बैंक के रूप में की गई है। यह देश में वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने का कार्य करती है। भारतीय रिजर्व बैंक देशभर में मौद्रिक प्रवाह को बनाए रखने तथा वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित कार्य करता है।
यह मौद्रिक प्राधिकारी के रूप में काम करता है जिसके अंतर्गत यह मौद्रिक नीति तैयार करता है, उसका कार्यान्वयन करता है तथा उसकी निगरानी भी करता है। भारतीय रिजर्व बैंक वित्तीय प्रणाली का विनियामक और पर्यवेक्षक होता है। यह बैंकिंग परिचालन के लिए विस्तृत मानदंड निर्धारित करता है जिसके अंतर्गत देश की बैंकिंग व्यवस्था और वित्तीय प्रणाली कार्य करती है।
भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा का प्रबंधक होता है यह विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम,1999 का प्रबंध करता है। मुद्रा निर्गमन का दायित्व भारतीय रिजर्व बैंक पर होता है। यह नोटों को जारी करने उनका विनियमन करने तथा नष्ट करने के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा ढाले गए सिक्कों को बाजार में लाता है।
यह राष्ट्रीय उद्देश्यों की सहायता के लिए व्यापक स्तर पर विकासात्मक कार्यों को भी प्रोत्साहन प्रदान करता है। यह केंद्र और राज्य सरकारों के लिए व्यापारी बैंक की भूमिका निभाता है तथा उनके बैंकर का कार्य भी करता है।
यह सभी अनुसूचित बैंकों के बैंक खाते अपने यहां रखता है तथा उनके बैंकर के रूप में कार्य करता है। आरबीआई को अपने नियमन तंत्र को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है जिससे बैंक फ्रॉड, जाली नोटों त ऑनलाइन ठगी जैसी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके।