फिनटेक क्या है? वित्तीय समावेशन में फिनटेक के महत्व को बताइये?
फिनटेक (Fin-Tech), ‘फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी’ (Financial Technology) का संक्षिप्त रूप है। वित्तीय कार्यों में प्रौद्योगिकी के उपयोग को फिनटेक कहा जाता है। फिनटेक शब्द का प्रयोग उन नई तकनीकों के संदर्भ में किया जाता है, जिनके माध्यम से वित्तीय सेवाओं का प्रयोग, इसमें सुधार और स्वायत्तता लाने का प्रयास किया जाता है। डिजिटल पेमेंट, डिजिटल ऋण, बैंक टेक, इंश्योर टेक, रेगटेक (RegTech) क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) आदि फिनटेक के कुछ प्रमुख घटक हैं।
वर्तमान में फिनटेक के तहत कई अलग-अलग क्षेत्र और उद्योग जैसे-शिक्षा, लाभकारी कार्य और निवेश प्रबंधन आदि भी शामिल किये जाते हैं। खुदरा बैंकिंग, निधि जुटाना, गैर देश की बड़ी आबादी तक औपचारिक वित्तीय प्रणाली की पहुंच सुनिश्चित करना।
वित्तीय प्रौद्योगिकियों के प्रयोग के माध्यम से पारंपरिक वित्तीय और बैंकिंग मॉडल में वित्तीय समावेशन से जुड़ी चुनौतियों को दूर किया जा सकता है। सरकार द्वारा दी जा रही राशि का उपभोक्ता तक प्रत्यक्ष पहुंच सुनिश्चित होता है। सामाजिक आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार में कमी आयी है। वित्तीय व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हुई है। नागरिकों से संबंधित धन नागरिकों तक अविलंब पहुँच सुनिश्चित हुई है।
वर्तमान समय की ज़रूरतों के अनुरूप फिनटेक भारतीय आर्थिक क्षेत्र में व्याप्त चुनौतियों के लिये उपयुक्त समाधान उपलब्ध कराते हैं। फिनटेक में बीमा, निवेश, प्रेषण (Remittance) जैसी अन्य वित्तीय सेवाओं में व्यापक बदलाव लाने की क्षमता है। हालाँकि इस क्षेत्र में विनियमन के दौरान इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये कि ऐसा कोई भी प्रयास इसके विकास में सहायक होना चाहिए ना कि बाधक । फिनटेक ने सामान्य लोगों में अपने आर्थिक अधिकारों तथा सूचनाओं के प्रति जागरूकता पैदा की है।