पेसा कानून की कमियां
इस अधिनियम की महत्वपूर्ण कमी यह है कि यह कानून जिन क्षेत्रों में लागू है, वहां पर जनजातियों से संबंधित अन्य कानून भी लागू हैं, परंतु दोनों में संतुलन का अभाव है। इस कानून में ग्राम सभा व ग्राम पंचायतों को अधिकतर राज्यों में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। अब तक 94 जिलों में पेसा कानून लागू हैं, जिनमें से 32 जिले मॉओवाद से प्रभावित हैं और इन इलाकों की स्थिति बहुत खराब है। जैसे – छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा । अतः इन इलाकों में पेसा के प्रभावी कार्यान्वयन से वामपंथी उग्रवाद को नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है, क्योंकि इन इलाकों में मुख्य समस्याएं निम्नलिखित हैं- जनजातीय लोगों की भूमि छिन जाना, आजीविका को खतरा, उनकी सामूहिक पहचान के लिए खतरा एवं उनके सांस्कृतिक प्रतीकों को क्षति पहुंचाया जाना।