न्याय का तरीका क्या हैं ?
न्यायाधिकरण के 20 सदस्य इसके मुख्य बेंच और अन्य बेंच में कार्य करते हैं। प्रत्येक बेंच में एक न्यायिक सदस्य तथा एक विशेषज्ञ सदस्य होता है। न्यायाधिकरण की प्रक्रिया सिविल प्रोसीजर कोड, 1908 (Civil Procedure Code, 1908 (CPC)) के द्वारा निर्धारित नहीं है और न ही यह भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 पर आधारित है। यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत पर कार्य करती है तथा यह अपने निर्णय में प्रक्रियात्मक न्याय की बजाय, युक्तियुक्तता तथा प्राकृतिक न्याय का सहारा लेती है। अवैध खानों के उत्खनन के मुद्दे को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। अधिकरण के द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार को कुल्लू-मनाली मार्ग पर सी. एन. जी. संचालित बसों के संचालन का निर्देश दिया गया है तथा उड़ीसा में लगने वाले ताप विद्युत परियोजना (Thermal Power Project) को लगाने पर आपत्ति व्यक्त की गई ।