नैनो टेक्नोलॉजी क्या है? चिकित्सा के क्षेत्र में नैनो प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग
नैनो तकनीक वह तकनीक है जिसके द्वारा किसी पदार्थ में परमाणु आणविक एवं सुपर मॉलिक्यूलर स्तर पर परिवर्तन किया जा सकता है जिससे बनने वाले पदार्थ का व्यवहार एवं क्षमता बेहतर एवं अलग हो जाती है और ऐसे नए पदार्थ नैनो पदार्थ कहलाते हैं।
चिकित्सा के क्षेत्र में नैनो प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग:-
जीन चिकित्सा के क्षेत्र में जीन एडिटिंग के लिए नैनो रोबोट्स का उपयोग किया जाएगा। हार्ट अटैक के आने के पहले ही इसका पता लगाने के लिए नैनो डिटेक्टर बनाए गए हैं। धमनी के प्लाक का पता लगाने के लिए नैनो चिप का उपयोग किया जा रहा है। इसका उपयोग अत्यधिक संवेदनशील रोग डिटेक्टर, लक्षित दवा वितरण प्रणाली एवं ऊतक इंजीनियरिंग में किया जा रहा है।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन में भी इसका उपयोग किया जाएगा। नैनो एक्सेल कैंसर के उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाली पहली नैनो ड्रग है । कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने के लिए नैनोफ्लेयर का उपयोग किया जा रहा है। मानव शरीर के बीमारियों का पता लगाने के लिए क्वांटम डॉट्स का उपयोग किया जा रहा है। नैनो सिल्वर जेल एंटीमाइक्रोबियल दवा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है। वैक्सीन बनाने में भी इसका उपयोग किया जा रहा है। मधुमेह के मरीजों के रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए नैनो पैड्स बनाए गए हैं।
भारत सरकार की पहल जैसे कि राष्ट्रीय मिशन नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी (2007), और नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICONSAT) सतत विकास के साथ नैनो प्रौद्योगिकी को एकीकृत कर रहे हैं।