November 14, 2024
धान का वानस्पतिक नाम, वर्गीकरण, कुल, Era of Infology

धान का वानस्पतिक नाम, वर्गीकरण, कुल,

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धान (Paddy)

वानस्पतिक नाम: ओराइजा सटाइवा (Oryza Sativa)

  • धान एक स्व-प्रगित (Self-Polinated) फसल हैं
  • ‘चबल’ भारत की एक मुख्य खाद्य फसल हैं
  • धान का दाना कैरियोप्सिस (Caryopsis) प्रकार का है
  • विश्व में क्षेत्रफल तथा उत्पादन की दृष्टी से गेंहू के बाद धान का द्वितीय स्थान हैं
  • विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टी से एशिया महाद्वीप (Asia Continent) का धान में प्रथम स्थान हैं
  • डी० कैंडोल (1886) के मतानुसार धान का उत्पति स्थान दक्षिण भारत माना जाता हैं
  • वेविलोव (1926) के मतानुसार धान का उत्पति स्थान भारत तथा वर्मा हैं
  • धान की उत्पादन की दृष्टी से भारत में पश्चिम बंगाल राज्य अग्रणी हैं
  • धान की उत्पादकता की दृष्टी से पंजाब अग्रणी राज्य हैं
  • धान को कश्मीरी भाषा में शाली (Shali) कहा जाता हैं
  • धान की फसल में ‘एजोला’ (Azolla) प्रयोग करने की दो विधियाँ हैं
    1. प्रथम, धान की रोपाई से पूर्व एजोला को खेत में हरी खाद के रूप में भूमि में मिलना
    2. द्वितीय, दोनों की फसले (Dual Cropping) एक साथ अथार्त धान की खड़ी फसल में एजोला उगाना
  • धान की रोपाई के 10-15 दिन पहले भूमि में 10 टन एजोला/हेक्टेयर की दर से प्रयोग करण लाभदायक पाया गया हैं
  • रोपित धान के खड़ी फसल में लगभग एक सप्ताह बाद 2-3 टन एजोला/हेक्टेयर की दर से प्रयोग करना चाहिए
  • सर्वप्रथम एजोंला पानी भरी जगह में नर्सरी में तैयार करते हैं इसकी अच्छी उपज के लिए नर्सरी में सड़ी हुयी गोबर की खाद, सुपर फोस्फेट तथा फ्यूराडान मिलाते हैं
  • 5-15 टन तजा एजोला प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करने से धान की उपज में 13-33% तक वृद्धि की जा सकती है
  • फोस्फोरस घोलक जीवाणु (Phosphate Solubilizing Bacteria) के प्रयोग से (बिना फोस्फोरस के) धान में 10-20%, गेहूं में 7-42%, आलू में 30-50% तथा चने में 10-30% की वृद्धि देखी गई हैं
  • धान के जिन खेतो में खड़ा पानी भरा रहता हैं वहाँ नील-हरित शैवाल का उपयोग अच्छा रहता हैं
  • उतर प्रदेश के बस्ती जिले में धान की सर्वाधिक क्षेत्रफल में खेती की जाती है
  • जलमगन क्षेत्र में धान के बिज को कैल्शियम परऑक्साइड रसायन से उपचारित करके बोना चाहिए| ऐसा करने से अंकुरण के समय बिज को ऑक्सीजन मिलती रहती हैं
  • धान की कुटाई करने पर चावल व छिल्के का अनुपात 2:1 मिलती हैं
  • बेधक बीटिल (Borer Beetle) व चावल के माँथ (Rice Moth) धान के मुख्य भण्डारण किट हैं
  • चावल (Milled Rice) me 6-7% प्रतिशत प्रोटीन पायी जाती हैं
  • ठंडे मौसम में धान की फसल में कल्लों (Tillers) की वृद्धि धीमी हो जाती हिं जबकि सूखे मौसम में कल्ले अधिक निकलते हैं
  • ‘खैरा रोग’ का प्रकोप विशलेषण तराई क्षेत्रों में अधिक दिखाई पड़ता हैं क्योंकि इस भूमि में जस्ता की कमी पायी जाती हैं
  • ऊँची भूमियों (Uplands) के धान की फसल में 2-5% यूरिया के घोल का प्रयोग करना लाभदायक पाया गया हैं
  • ऊसर (क्षारीय) भूमि में 40-50 दिन की पौध की रोपाई करना चाहिए

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