धन विधेयक का द्वितीय चरण
बजट पर बहस आरंभ होती है, जो बजट पेश होने के बाद सामान्यतः तीन या चार दिनों तक चलती है, जिसमें बजट के महत्वपूर्ण मुद्दों पर नोंक-झोंक साथ परिचर्चा होती है और इसके अंत में आवश्यकता पड़ने पर वित्त मंत्री जवाब देते हैं तथा इसके उपरांत सदन तीन या चार हफ्तों के लिए स्थगित हो जाता है।