ट्रॉयल कोर्ट क्या हैं ?
अधीनस्थ न्यायालयों अथवा जनपद न्यायालयों को ट्रॉयल कोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, जिसके द्वारा विभिन्न विवादों में अभियुक्तों की गवाही एवं संबंधित पक्षों के सबूत दर्ज किए जाते हैं तथा इनके द्वारा किसी भी व्यक्ति को अधिकतम सजा अथवा मृत्युदण्ड भी दिया जा सकता है। वर्तमान में ट्रॉयल कोर्ट में लगभग 2 करोड़ मामले नंबित हैं। ट्रॉयल कोर्ट में कोई बेहतर वकील वकालत भी नहीं करना चाहता। इसलिए न्यायपालिका में सुधार के लिए पहले ट्रॉयल कोर्ट में सुधार की आवश्यकता है, जो राज्य सरकारों के अधीन होते हैं।