जिला परिषद् के कार्य क्या हैं ?
जिला परिषद् मूलतः निरीक्षणकारी कार्य संपादित करती है और जिला परिषद् का कार्य अपने अधीनस्थ निकायों के कार्यों का पर्यवेक्षण तथा उनके मध्य समन्वय स्थापित करना है। यद्यपि वर्तमान समय में जिला परिषद् समन्वयात्मक भूमिका के अतिरिक्त विकास कार्यों को भी संपादित कर रही है। जिला परिषद् के मूल कार्य निम्न हैं पंचायत समितियों के बजट का परीक्षण व अनुमोदन, पंचायत समितियों को कुशलतापूर्वक कार्य संपन्न करने के लिए निर्देशित करना, पंचायत समितियों द्वारा तैयार की गई योजनाओं को समन्वित करना, राज्य सरकार को जनपद के विकास के कार्यों के संदर्भ में परामर्श देना, राज्य सरकार द्वारा निर्धारित धनराशि को जिले की पंचायत समितियों में वितरित करना, जिलाधिकारी व मंडलायुक्त को जिले की पंचायतों व पंचायत समितियों द्वारा की गई अनियमितताओं के संबंध में सूचना देना, राज्य सरकार को जिले की पंचायतों और पंचायत समितियों के बीच कार्य के विभाजन के संदर्भ सलाह देना एवं उन शक्तियों का प्रयोग, जो राज्य सरकार द्वारा उन्हें सौंपी जाए।