गुलाम वंश का प्रथम शासक कौन था ?
भारत में गुलाम वंश का प्रथम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक (120610 ई.) था । वह ऐबक नामक तुर्क जनजाति का था। बचपन में उसे निशापुर के काजी फखरुद्दीन अब्दुल अजीज कूकी ने एक दास के रूप में खरीदा था। काजी ने उसकी उचित ढंग से | देखभाल की और सभी शिक्षाओं में पूर्ण कराया। ऐबक बचपन से ही अति सुरीले स्वर में कुरान पढ़ता था, जिस कारण वह कुरानख्वां (कुरान का पाठ करने वाला) के नाम से प्रसिद्ध हो गया। बाद में वह निशापुर से गजनी लाया गया, जहां उसे गोरी ने खरीद लिया। अपनी प्रतिभा, लगन और ईमानदारी के बल पर शीघ्र ही ऐबक ने गोरी का विश्वास प्राप्त कर लिया । गोरी ने उसे अमीरए-आखूर के पद पर प्रोन्नत कर दिया, और यहीं से उसके जीवन का एक नया अध्याय आरंभ हुआ। वह दिल्ली का पहला तुर्क शासक था। यद्यपि वह लाहौर से ही शासन करता था। उसी को | भारत में तुर्की राज्य का संस्थापक भी माना जाता है । गोरी की मृत्यु के बाद लाहौर के नागरिकों द्वारा आमंत्रित करने पर वहां | पहुंच कर शासन-सत्ता अपने हाथ में लिया । यद्यपि उसने अपना राज्याभिषेक गोरी के मृत्यु के तीन माह पश्चात जून, 1206 में कराया था। ऐबक ने कभी ‘सुल्तान’ की उपाधि धारण नहीं की। उसने केवल ‘मलिक’ और ‘सिपहसालार’ की पदवियों से ही अपने को संतुष्ट रखा। गोरी के उत्तराधिकारी गियासुद्दीन द्वारा मुक्ति पत्र प्राप्त करने के बाद नियमपूर्वक 1208 ई. में ऐबक को दासता से मुक्ति मिली।