किस सुल्तान के दरबार में सबसे अधिक गुलाम थे ?
फिरोज शाह तुगलक ने सामान्य लोगों की भलाई के लिए कुछ उपकार के कार्य किए। नियुक्ति के लिए एक दफ्तर (रोजगार / दफ्तर) खोलकर तथा प्रत्येक मनुष्य के गुण एवं योग्यता की पूरी जांच-पड़ताल के बाद यथासंभव अधिक-से-अधिक लोगों को नियुक्ति देकर उसने बेकारी की समस्या को हल करने का प्रयास किया।