एक वर्षीय हरवेशियम की पट्टी का निर्माण
1. स्थान और स्थिति:- हरवेशियम बोर्डर की स्थिति लान के किनारे, सड़क के किनारे या शरबरी के आगे रखते हैं। ऐसा स्थान चाहिए जहाँ पर सूर्य का प्रकाश अधिक समय तक रहता हो। हरबेशियम बोर्डर पूर्व या दक्षिण के सम्मुख होना चाहिए। जिनसे सभी पौधों को अच्छी प्रकार से सूर्य का प्रकाश मिल सके। क्योंकि बोर्डर में लम्बे पौधे पीछे मध्य ऊँचाई के बीच में तथा छोटे आगे रखते हैं।
2. स्थान का रेखांकन:- हरबेशियम बोर्डर की चौड़ाई उसे 5 मीटर रखते हैं। लम्बाई स्थान एवं स्थिति के अनुसार रखते हैं। लम्बाई 10-12 मी. से अधिक होनी चाहिए। स्थान को रेखांकन कर लेते हैं। चौडाई में तीन क्यारियों की पंक्ति रखते हैं। पीछे की ओर लम्बे पौधे मध्यम में मध्यम ऊँचाई के पौधे तथा सबसे आगे छोटे पौधे रखते हैं। लम्बे पौधों की 5 x 6 फीट मध्यम पौधों के लिए 4 से 5 तक तथा छोटे पौधों के लिए 3 से 4 फिट की दूरी रखते हैं। इस प्रकार की बोर्डर उन स्थानों पर लगाते हैं जहाँ पर दोनों दृश्यवाली उत्पन्न करनी होती है।
3. भूमि एवं कृषि:- हरबेशियम बोर्डर में हम एक वर्षीय पौधे लगाते हैं।
4. पौधे लगाने की योजना:- हरबेशियम बोर्डर में पौधे लगाने का निर्धारण के लिए हम तीन बातों का प्रयोग कर सकते हैं।
1. मौसम
2. पौधों की लम्बाई तथा
3. फलों का रंग ।
1. मौसम:- हरबेशियम बोर्डर अलग-अलग मौसम में अलग-अलग होती है। शीतकालीन हरबेशियम वोर्डर में एक वर्षीय पौधे ग्रीष्मकालीन में हरवेशियम वोर्डर में एक वर्षीय पौधे वर्षा ऋतु हरवेशियम वोर्डर में एक वर्षीय लगाते हैं।
2. पौधों की ऊँचाई- हरवेशियम वोर्डर में पौधे लगाने का दूसरा मुख्य उद्देश्य आधार पौधों की ऊँचाई होती है। वोर्डर में सबसे पीछे की पंक्ति में लम्बे पौधे 75 सेमी ऊँचे मध्य की पंक्ति में मध्यम ऊँचाई के पौधे तथा आगे की पंक्ति में छोटे पौधे 45 सेमी लगाते हैं। दोहरे प्रभावशाली वोर्डर में 5 पंक्तियाँ बनाते हैं।
3. फूलों का रंग:- हरवेशियम वोर्डर की क्यारियों में पौधों की विभिन्न जातियों की व्यवस्था फूलों के रंगों के आधार पर होनी चाहिए। जिससे यह अत्यधिक प्रभावशाली बन जाती हैं। सुन्दर प्रतीत होती है।