उत्तरवैदिक काल में राजा का निर्वाचन
अनेक वैदिक साक्ष्यों से हमें राजा के निर्वाचन की सूचना प्राप्त होती है। अथर्ववेद में एक स्थान पर रा जा के निर्वाचन की सूचना प्राप्त होती है। राज्याभिषेक के अवसरों पर राजा रत्नियों के घर जाता था। शतपथ ब्राह्मण में रत्नियों की संख्या 11 दी गई है – (1) सेनानी (2) पुरोहित (3) युवराज (4) महिषी (5) सूत (6) ग्रामिणी (7) क्षत्ता (8) संग्रहीता (कोषाध्यक्ष) (9) भागद्ध (कर संग्रहकर्ता) (10) अक्षवाप (पासे के खेल में राजा का सहयोगी) (11) पालागल (राजा का मित्र और विदूषक)। राज्याभिषेक में 17 प्रकार के जलों से राजा का अभिषेक किया जाता था।