उत्तरवैदिक काल में प्रशासनिक संस्थायें
उत्तरवैदिक काल में जन परिषदों, सभा, समिति, विदथ का महत्व कम हो गया। राजा की शक्ति बढ़ने के साथ ही साथ इनके अधिकारों में काफी गिरावट आयी। विदथ पूर्णतया लुप्त हो गये थे। सभा – समिति का अस्तित्व था परन्तु या तो इनके पास कोई अधिकार शेष नहीं था या इन पर सम्पत्तिशाली एवं धनी लोगों का अधिकार हो गया था। स्त्रियाँ अब सभा समिति में भाग नहीं ले पाती थीं।