उच्चतम न्यायालय की आवश्यकता
न्यायपालिका में लोगों के विश्वास को बनाए रखने के लिए अवमानना के प्रावधानों का होना अति आवश्यक है। अन्यथा न्यायाधीशों की ईमानदारी, न्यायिक क्षमता तथा निष्पक्षता पर अवैधानिक आक्रमण बहुत तीव्र एवं भयावह ढंग से हो सकते हैं। ऐसा देखा गया है कि कानून की अवहेलना करने वाले अपने व्यवहार और अभद्र वक्तव्यों से न्यायपालिका की गरिमा को नष्ट करने का प्रयास करते हैं और ऐसी स्थितियों में अवमानना संबंधी प्रावधान न्यायपालिका की सुरक्षा में आ खड़े होते हैं। अवमानना प्रावधानों के अभाव में न्यायपालिका की विश्वसनीयता गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो सकती है एवं शरारती तत्व न्यायपालिका के सदस्यों की छवि को धूमिल करने की नीयत से उनके विरुद्ध तथ्यहीन आरोप लगाने का प्रयास करते हैं तथा वे दूसरों के मुंह से सुनी हुई बातों की तह में जाने का प्रयास नहीं करते और बिना उन आरोपों की उपयुक्त जांच किए, उन्हें हथकंडा बनाकर न्यायपालिका के सदस्यों के विरुद्ध हवा में उछालते रहते हैं।