अलंकृत बागवानी के महत्त्व का वर्णन कीजिए
अलंकृत बागवानी का महत्त्व:- अलंकृत उद्यानों में प्राकृतिक सौन्दर्य का समावेश होती है। अलंकृत बागवानी व्यक्ति समाज एवं देश के लिए लाभदायक होता है। अलंकृत बागवानी की मुख्य महल की विवेचना हम निम्न प्रकार से कर सकते हैं।
1. मनोरंजन:- जब मनुष्य दिन भर के परिश्रम से थक जाता है तो उसे मनोरंजन की आवश्यकता होती है। इसमें घूमने बैठने एवं स्वस्थ मनोरंजन होता है। थका व्यक्ति भी सुन्दर छायादार वृक्ष के नीचे बैठता है तो उसे अति आनन्द प्राप्त होता है। अलंकृत उद्यान में तो प्राकृतिक सौन्दर्य एवं दृश्यों का समावेश होता है।
2. सजावट:- हरियाली एवं पुष्प प्रकृति के अनोखे उपहार हैं। इनकी सुन्दरता की कोई तुलना नहीं होती है। नगरों को स्वच्छ बनाने के लिए फूल वाले पेड़ों एवं पौधों का उपयोग करना चाहिए। माला, वेणी एबं जुड़ों में पुष्प के शृंगार का कोई समानता नहीं है।
3. वातावरण की शुद्धि:- पौधे वातावरण को शुद्ध करते हैं क्योंकि वे प्रकाश संश्लेषण किया में कार्बन डाई आक्साइड लेते हैं तथा आक्सीजन निकालते हैं। जिनके वातावरण शुद्ध होता है। आज के औद्योगिक युग में अलंकृत बागों वाटिकाओं एवं पार्कों का काफी महत्त्व है। पौधों का वातावरण पर दूसरा मुख्य शीतलन प्रभाव पड़ता है। पेड़ पौधों में वाष्पोसर्जन का क्रिया द्वारा जलवाष्प निकलती रहती है। जो कि जड़े भूमि में अधिक गहराई से पानी का अवशोषण करती है तथा इनका शाकीय क्षेत्र अधिक होता है।
4. आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्त्व:- उद्योगों से असीम सुख शान्ति प्राप्त होती है। प्राकृतिक वातावरण में मनुष्य सांसारिक चिन्ताओं से मुक्त होता है। प्राचीनकाल में ऋषि-मुनि अपने आश्रमों में पेड़-पौधों लगाते जो ऐसे वातावरण में आत्मिक शान्ति मिलती है।
5. आर्थिक मान:- फूलों का उगाना एवं एक व्यवसाय है। फूलों की मालाओं गुलदस्ते कंगन बनकर बेचने से आय होती है। पौधों को गमलों में उत्पन्न करके बेचा जाता है। इंग्लैण्ड में पौधों का पौधा का काफी भविष्य है। इंग्लैण्ड में फूलों की अच्छी बिक्री होती है।